वीएचपी को चाहिए लव जिहाद के लिए कानून
सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ भोपाल की बैठक में रखी मांग
भोपाल
राम मंदिर आंदोलन विश्व हिंदू परिषद की जीवन रेखा रहा है। विश्व हिंदू परिषद और यह आंदोलन एक दूसरे के पर्याय रहे हैं। इस लक्ष्य को सफलातपूर्वक पा लेने के बाद विश्व हिंदू परिषद के लिए नया एजेंडा तय किए जाने की आवश्यकता थी। सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ भोपाल में दो दिनों तक हुई चर्चा के बाद विश्व हिंदू परिषद की नई कार्ययोजना तैयार है। इसके अनुसार अब वीएचपी हिंदू रक्षा पर आक्रामक तेवर के साथ काम करेगी। जिसमें धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे मुद्दे प्रमुखता से शामिल रहेंगे।
विश्व हिंदू परिषद के सूत्रों ने बताया कि इस कार्य योजना के साथ में एक बार फिर दिसंबर में बैठक की जाएगी।उस समय इस योजना को लेकर परिषद की तैयारियों पर चर्चा होगी। वहीं भोपाल में बैठक के दूसरे दिन सरसंघचालक मोहन भागवत का संबोधन हुआ। इसमें उन्होंने हिंदू समाज के समक्ष उत्पन्न हो रही चुनौतियों की बात की। उनका संबोधन धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे मुद्दों पर केंद्रित रहा और उन्होंने इसके समाधान के लिए समाज की ओर से किए जाने वाले प्रयासों की चर्चा की।
वीएचपी को चाहिए लव जिहाद के खिलाफ कानून
परिषद द्वारा प्रस्तुत कार्य योजना में लव जिहाद की चर्चा करते हुए कहा गया कि सोशल मीडिया इस मामले में जिहादियों का मददगार साबित हुआ है। विधर्मी इस पर अपनी पहचान छुपा कर लड़कियों को बरगलाने का काम करते हैं। परिषद में इस तरह के अंतर धार्मिक विवाह को लेकर नया कानून बनाए जाने की आवश्यकता बताई और इस संबंध में नरेंद्र मोदी सरकार से इसकी मांग करने की बात कही है। वही परिषद अपनी सोशल मीडिया टीम को भी मजबूत बनाएगी। जिससे कि फेसबुक जैसे सोशल प्रोफाइल पर निगरानी की जाए और लव जिहाद के मामलों को पहले ही पकड़ लिया जाए।
संपर्क बढ़ाने पर जोर
हिंदुओं की रक्षा और धर्मांतरण जैसे मुद्दे पर चर्चा करते हुए वीएचपी नेताओं ने बताया कि परिषद का जोर रहेगा कि ज्यादा से ज्यादा हिंदुओं के साथ उसका संपर्क हो । इसके लिए चार लाख गांव में विशेष अभियान चलाया जाएगा। कुल मिलाकर इस बैठक का सार यह है कि एक बार फिर वीएचपी को राम मंदिर आंदोलन की तरह ही सक्रिय किया जाएगा। लेकिन इस बार जोर हिन्दू रक्षा पर होगा।
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