इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिससे आज पूरी दुनिया में संकट में है, बोले फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रोन
मुस्लिम देशों ने किया फ्रांस के बॉयकाट का आह्वान तो यूरोप मैक्रोन के समर्थन में खड़ा हुआ
पेरिस (फ्रांस)
अपनी कक्षा में चार्ली हेब्दो पत्रिका के पैगंबर हजरत मोहम्मद के कार्टून दिखाने वाले शिक्षक की गला रेत कर हुई हत्या के बाद के फ्रांस में गुस्सा उबल रहा है। इस घटना के बाद फ्रासीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रोन ने इस घटना को इस्लामी आतंकवाद बताते हुए कहा था कि इस्लाम एक ऐसा धर्म है जिससे आज पूरी दुनिया में संकट में है। उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें डर है कि फ्रांस की करीब 60 लाख मुसलमानों की आबादी समाज की मुख्यधारा से अलग-थलग पड़ सकती है।
इतना ही नहीं इसके बाद मैक्रोन ने फ्रांस के सरकारी भवनों पर चार्ली हेब्दो के ये कार्टून प्रदर्शित भी कराए थे। इसी के साथ फ्रांस में मुस्लिम कट्टरपंथियों के खिलाफ ऑपरेशन भी जारी है। अब तक फ्रांसीसी पुलिस ने सैकड़ों संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जबकि कई धार्मिक संस्थाओं को बंद किया गया है।
इसके बाद से ही मुस्लिम देशों में मैक्रोन के खिलाफ विरोध शुरू हो गए तो वहीं पूरा यूरोप इस मुद्दे पर मैक्रोन के समर्थन में खड़ा हो गया है। ट्वीटर पर #welldoneFarnce ट्रेंड कर रहा है। यहां तक मुस्लिम देशों में फ्रासीसी उत्पादों के बायकॉट की मुहिम भी शुरू हो गई है। इस्लामी दुनिया के नए खलीफा बनने का सपने पालने वाले टर्की के राष्ट्रपति एर्डोगन ने तो मैक्रोन को मानसिक ईलाज की जरुरत भी बता दी है।
फ्रांस के खिलाफ मुस्लिम एकजुट
इमानुएल मैक्रोन के बयान के बाद सारे मुस्लिम देश फ्रांस और मैक्रोन के खिलाफ लामबंद हो गए है। अरब सहित अधिकतर मुस्लिम देशों में फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार की मांग तेज हो गई है। यहां तक कि कुवैत, जॉर्डन और कतर में कई दुकानों से फ्रांस के बने हुए सामानों को हटा दिया गया है। वहीं एशिया में भी पाकिस्तान और बांग्लादेश में फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
फ्रांस से राफेल विमान खरीदने वाले कतर तथा कुवैत के सुपर मार्केट्स ने अपने स्टोर्स से फ्रांसीसी सामान हटाने की घोषणा की है। कुवैत की सुपरमार्केट चेन चलाने वाली अलनईम कोऑपरेटिव सोसाइटी, सबर्ब ऑफ्टरनून एसोसिएशन, इकला कोऑपरेटिव सोसाइटी और साद अल अब्दुल्ला सिटी कोऑपरेटिव सोसाइटी ने फ्रांसीसी उत्पादों को हटाने का ऐलान किया है। वहीं, कतर की अलवाजबा डेयरी कंपनी और अलमेरा कंज्यूमर गुड्स कंपनी ने भी ऐसी ही घोषणा की है।
पाकिस्तान ने फ्रांस के राजदूत को बुलाया
बड़े पैमाने पर भोजन संकट झेल रहा पाकिस्तान भी फ्रांस का विरोध कर रहा है। इमरान खान ने न केवल इसके बयान दिया बल्कि फ्रांस के राजनयिक के सामने अधिकारिक विरोध दर्ज कराया है। इमरान खान ने ट्वीट किया है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मैक्रों इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने का रास्ता चुना है तभी तो आतंकवादियों पर हमला करने की बजाय इस्लाम पर हमला किया।
खुद को इस्लामी स्टेट बनाने वाले दे रहा ज्ञान
विश्व के एकमात्र मुस्लिम बहुलता वाले धर्मनिरपेक्ष देश को इस्लामिक राज्य बनाने वाले तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान इस मामले में फ्रांस को ज्ञान बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैक्रोन कहे जाने वाले इस व्यक्ति की मुस्लिम और इस्लाम के साथ क्या समस्या है? मैक्रोन को मानसिक इलाज करवाने की जरूरत है।
एर्दोगान ने आगे कहा कि किसी राष्ट्रप्रमुख को क्या कहा जा सकता है जो धर्म की स्वतंत्रता को नहीं समझता है। साथ ही जो अपने देश में रहने वाले लाखों लोगों के लिए इस तरह से व्यवहार करता है जो एक अलग धर्म को मानने वाले हैं। इस बयान के बाद भड़के फ्रांस ने अपने राजदूत को अंकारा से वापस बुला लिया है।
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