मंदिर में गंदी हरकत करने के बाद मुस्लिम युवकों को लगा श्राप का डर, एक की मौत के बाद दो ने किया सरेंडर
मंगलौर.
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ ज़िले मंगलुरु से एक बहुत ही अलग तरह की घटना सामने आई है। यहां दो मुस्लिम युवकों ने भगवान के श्राप के डर से न केवल अपनी एक गंदी हरकत को स्वीकार किया बल्कि पुलिस के सामने सरेंडर भी कर दिया। मंगलुरु में पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल इन तीनों मुस्लिम युवकों ने कुछ दिन पहले कोरागज्जा मंदिर के दानपात्र में आपत्तिजनक चीजें डाल दी थीं। आरोपी अब्दुल रहीम और तौफिक जोकाट्टे के रहने वाले हैं। इन्होंने अपने एक और दोस्त नवाज के साथ मिलकर ये काम किया था । इसके बाद नवाज अचानक बीमार हुआ और उसे खून की उल्टियां होने लगी। इसके बाद नवाज की अचानक मौत हो गई। इससे रहीम और तौफिक डर गए। उन्हें लगा कि मंदिर में गलत काम करने पर भगवान ने उन्हें श्राप दिया है। अनिष्ट की आशंका में उन्होंने पश्चाताप का फैसला किया है।
मरने से पहले नवाज कहा था श्राप है भगवान का
आरोपियों ने स्वयं को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने जब आरोपियों ने पूछताछ की उन्होंने पूरी घटना विस्तार से बताई। रहीम और तौफीक ने बताया कि हरकत के कुछ दिनों बाद उनके दोस्त नवाज की तबियत अचानक खराब हो गई और वो खून की उल्टी करने लगा। इसके बाद 32 साल के नवाज़ की तबियत लगातार खराब रहने लगी।
तौफीक और रहीम ने कहा कि नवाज़ को लगने था कि उसकी इस हालत के पीछे कोरागजा मंदिर में आपत्तिजनक चीजें रखने के कारण और बाकी गलत काम करने की वजह से ही उसे कोरागजा भगवान का श्राप लग गया। इसके बाद अब्दुल रहीम और तौफिक ने कोरागजा मंदिर के बारे जानना शुरू कर दिया।
तौफीक भी हुआ बीमार
ये दोनों नवाज़ के साथ ही रहते थे इसीलिए इन्हें भी श्राप की चिंता होने लगी। इसी बीच तौफिक की भी कुछ दिन पहले अचानक तबियत खराब हो गयी। नवाज़ की तरह उसे भी खून की उल्टी हुई जिसके बाद दोनों घबरा गए और पुजारी से मिलकर अपनी गलती कुबूल कर ली और पुलिस में सरेंडर कर दिया। पिछले महीने नवाज़ की मौत हो गयी। नवाज ने कथित तौर पर रहीम और तौफिक को सलाह दी कि वे स्वामी कोरागाज्जा के सामने अपराध स्वीकार कर ले, जिन्हें भगवान शिव का अवतार माना जाता है।
उनकी हरकत से श्रद्धालु बेहद हैरान थे और जिले में तनाव उत्पन्न हो सकता था लेकिन बुधवार रात दोनों आरोपियों ने मंदिर के पुजारी के सामने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एन शशि कुमार ने कहा, ”नवाज भी इस अपवित्र घटना में शामिल था।
कथित तौर पर वह काला जादू भी करने का दावा करता था। जब नवाज बीमार पड़ा तो उसने दोस्तों को अपना अपराध स्वीकार करने की सलाह दी।” आरोपियों को आईपीसी की धारा 153 (A) के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने घटना के सबूत और सीसीटीवी फुटेज जुटाने शुरू किए हैं।
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