जानिए कैसा होगा अयोध्या का राम मंदिर?
बता रहे हैं मंदिर के आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा के बेटे निखिल सोमपुरा
अयोध्या .
अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर भूमि पूजन पांच अगस्त को होने जा रहा है। अभी सभी यह जानना चाहते हैं किे भगवान श्री रामचंद्र जी का यह मंदिर कैसा होगा? यहां क्या होगा और बनने के बाद यह किस तरह का लगेगा? राम मंदिर आंदोलन के दौरान प्रस्तावित मंदिर का चित्र हम सभी ने देखा है। यहां बनने वाला मंदिर भी कुछ संशोधनों के साथ ठीक ऐसा ही होगा लेकिन इसके बाद भी बहुत सी ऐसी बातें हैं जिनके बारे में जानने की उत्सुकता है।
नया मंदिर किस तरह का होगा इसकी जानकारी इस मंदिर का मॉडल बनाने वाले आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा के बेटे निखिल सोमपुरा ने इस बारे जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि मंदिर के पुराने मॉडल में दो गुंबद और एक शिखर था लेकिन अब इसे बदल दिया गया है। अब इसमें एक गुंबद और पांच शिखर होंगेे। इसी तरह से मंदिर की ऊंचाईं भी बढ़ाई गई है। अब मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा होगा।
क्षेत्रफल भी बढ़ा
सोमपुरा ने बताया कि मंदिर को भव्य बनाने के लिए इसका क्षेत्रफल भी बढ़ाया जा रहा है। यह पहले की तुलना में लगभग दोगुना हो सकता हैै । क्योंकि पहले मंदिर परिसर को साढ़े तीन एकड़ का मानकर इसकी तैयारी की गई थी। लेकिन अब मंदिर परिसर 70 एकड़ का है। इसके चलते इसका क्षेत्रफल बढ़ाया गया है।
चार हिस्से होंगे मंदिर में
सोमपुरा ने बताया कि जहां रामलला का गर्भगृह बनेगा, उसके ऊपर के हिस्से को ही शिखर बनाया जाएगा। वहीं पांचों गुंबदों के नीचे के हिस्से में चार हिस्से होंगे। इसमें सिंहद्वार, नृत्य मंडप, रंगमंडप बनेगें। यहां श्रद्धालुओं के बैठने, विचरण करने और विविध कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जगह रहेगी। मंदिर में पत्थर वही लगेंगे जो राम मंदिर कार्यशाला में तराश कर रखे गए हैं। इन पत्थरों की साफ सफाई कर चमकानें का काम दिल्ली की कंपनी कर रही है।
सोमपुरा ने बताया कि मंदिर निर्माण पूरा करना ही उनकी जिम्मेदारी है, इसलिए उनका सारा ध्यान मंदिर के निर्माण पर ही है। 70 एकड़ क्षेत्र के बाकी प्रॉजेक्ट का काम श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट करवाएगा। इस क्षेत्र पर ट्रस्ट कई परियोजनाओं को लॉन्च करेगा। इसके अलग-अलग प्रॉजेक्ट बनाए जा रहे हैं। इनकी जानकारी भी पांच अगस्त को दी जाएगी।
अशोक जी ने सौंपा था काम
चन्द्रकांत सोमपुरा ने बताया कि उन्हें मंदिर का नक्शा बनाने का काम विश्व हिन्दू परिषद के संस्थापक और राम मंदिर आंदोलन के शिल्पकार स्व. अशोक जी सिंघल ने सौंपा था। सोमपुरा ने बताया कि मूल नक्शे के अनुसार मंदिर 128 फीट ऊंचा, 140 फीट चौड़ा और 268.5 फीट लंबा होगा। इस दो मंजिला मंदिर में 212 स्तंभ था लेकिन इसमें अब संशोधन कर दिए गए हैं।
ये भी पढ़ें अयोध्या पहुंचकर भावुक हो गईं कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी
Recent Comments