दुनिया का वो देश जहां मुस्लिम तो हैं लेकिन वो मस्जिद नहीं बना सकते
कहा कबाब के साथ आता है इस्लाम
स्लोवाकिया दुनिया का ऐसा इकलौता देश है जहां मुस्लिम तो हैं लेकिन मस्जिद नहीं है। इतना ही नहीं अब इस देश में मुसलमान मस्जिद बनाना तो दूर बल्कि नागरिकता के अधिकारों से भी वंचित कर दिए गए हैं। ऐसा इस देश की संसद में बिल लाकर किया गया था। खास बात ये है कि इस बिल को स्लोवेकिया के विपक्षी दल ने भी समर्थन किया था।
यही कारण है कि इस देश को मुस्लिम शरणार्थियों की समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ा जिस तरह की समस्याओं का सामना बेल्जियम और फ्रांस कर रहे हैं। स्पेन और इंग्लैंड भी इस तरह की समस्या से ग्रसित हैं। जब यूरोपीयन यूनियन के देश इन्हें शरण दे रहे थे उस समय स्लोवाकिया की सरकार ने कहा था कि हम भी आठ सौ शरणार्थियों को शरण दे सकते हैं लेकिन हमारे यहां कोई मस्जिद नहीं है।
ऐसे किया मस्जिद से किनारा
मस्जिद न बनने देने के तैयारी स्लोवाकिया में 2016 में हुई थी। उस समय सत्ताधारी स्लोवाक नेशनल पार्टी (SNS) ने एक कानून प्रस्तुत किया था जिसमें कि व्यवस्था की गई थी कि कोई भी धार्मिक समुदाय जो अपने स्कूल और धार्मिक प्रतिष्ठान खोलना चाहता है, उसको मानने वालों की स्लोवाकिया मे कुल संख्या कम से कम 50 हजार होना चाहिए, जबकि इस समय स्लोवाकिया में इस समय केवल पांच हजार मुस्लिम रहते हैं।
पहले इसके लिए केवल 20 हजार की संख्या की आवश्यकता होती थी। इस कानून को स्लोवाकिया के 70 प्रतिशत डेप्यूटी (सांसदों) ने समर्थन किया था। इसके बाद अब स्लोवाकिया में मस्जिद बनने की संभावना समाप्त हो गई है।
कबाब के साथ आता है इस्लाम
खास बात ये है कि स्लोवाकिया में सत्तारुढ़ SNS के साथ ही विपक्ष भी इस बात मुस्लिमों को दूर रखने की बात से सहमत है। 2016 में सत्तारुढ़ SNS के चेयरमैन एंड्रेज डांको ने कहा कि इस्लाम कबाब के साथ आता है, जो कि स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिसलावा में आ चुका है। हमे ये समझना चाहिए कि हमें अगले पांच या दस साल में इसका सामना करना पड़ेगा। इसके बाद ही स्लोवाकिया में यह बिल लाया गया था। उस समय डेंको ने कहा था कि हमें यह सुनिश्चित करने के लिए सबकुछ करना चाहिए कि स्लोवाकिया में मस्जिद न बनें।
इस्लाम के लिए जगह नहीं
2016 में एक इंटरव्यू में स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री राबर्ट फिको ने कहा था मैं माफी चाहता हूं कि लेकिन स्लोवाकिया में इस्लाम के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा था कि यह देश के नेताओं के लिए इस मुद्दे पर खुलकर स्पष्ट बात करने का समय है। यही कारण है कि यहां पर विपक्ष के नेता भी कहते हैं कि वे इस्लाम को बढ़ने नहीं देना चाहते हैं।
स्लोवाकिया में 70 प्रतिशत जनसंख्या कैथोलिक चर्च को मानने वालों की है। सात प्रतिशत लोग प्रोटेस्टेंट हैं तो चार प्रतिशत ग्रीक कैथोलिक चर्च को तथा दो प्रतिशत लोग क्रिश्चियन रिफॉर्म चर्च को और एक प्रतिशत लोग ऑर्थोडॉक्स चर्च को मानते हैं। यहां मुस्लिम जनसंख्या 0.1 प्रतिशत है।
कमरे में होती है नमाज
यहां पर रहने वाले मुस्लिम मस्जिद के न होने के कारण किराए के कमरे में नमाज पढ़ते हैं। इसमें लॉउडस्पीकर का उपयोग नहीं किया जा सकता है। इस तरह से प्रतिबंध लगाने वाले देश में चेक रिपब्लिक भी है लेकिन वहां पर मस्जिद है। हालांकि नई मस्जिद बना पाना वहां भी संभव नहीं है।
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